गीता निर्झर (भाग १)

गीता-ज्ञान के बिंदु

₹299.00

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Title: Gita Nirjhar (Part-1)

Subtitle: Gita Gyaan Ke Bindu

Author: Swami Abhishek Chaitanya Giri Ji Maharaj

Cover: Hardcover

Size: 7'' X 5''

पूजनीय महामंडलेश्वर श्री अभिषेक चैतन्य गिरि जी ने ‘गीता शंकर भाष्य’ को ही इस ग्रन्थ का मुख्य आधार बनाया है। इस पुस्तक में प्रतिदिन एक प्रवचन के रूप में प्रस्तुत गीता का मर्म, साधक के जीवन को तपमय, दानमय और यज्ञमय बनाने की प्रेरणा देता है।

यह ग्रंथ १२ पुस्तकों की श्रृंखला का प्रथम भाग है। प्रत्येक पुस्तक में माह के अनुसार ३० अथवा ३१ प्रवचन संकलित किए गए हैं, जिससे सम्पूर्ण वर्ष के ३६५ दिनों के लिए साधक को गीता से मार्गदर्शन प्राप्त हो सके। इस प्रकार यह श्रृंखला एक पूर्ण आध्यात्मिक मार्गदर्शक के रूप में विकसित होगी।

पूजनीय स्वामी जी का जीवन स्वयं गीता के शिक्षण का जीवंत उदाहरण है। उनका व्यक्तित्व करुणा, सरलता, विनोदप्रियता और सत्यनिष्ठा का अद्भुत संगम है। वेदांत की गंभीर गहराइयों को सरल और प्रवाहपूर्ण भाषा में समझाना उनकी विशेषता है। स्वामी जी ने परंपरा की अखंड धारा को आधुनिक युग के संदर्भ में प्रस्तुत कर साधकों को मोक्षमार्ग का स्पष्ट दर्शन कराया है।

यह प्रथम खंड उसी दिव्य यात्रा का आरंभ है। प्रत्येक पृष्ठ साधक के अंतःकरण को शुद्ध करने और आत्मा के अकाट्य स्वरूप का बोध कराने की दिशा में एक दीपक के समान है।

The price of this hardcover book is ₹249. An additional ₹50 is charged for shipping. Therefore, the total payable amount is ₹299.